न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते ।
Wednesday, June 18, 2014
असतो मा सद्गमय
असतो मा सद्गमय।
तमसो मा ज्योतिर्गमय।
मृत्योर्माऽमृतं गमय॥
- बृहदारण्यकोपनिषत् १-३-२८
-o-O-o-
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